Abstract art क्या है? और यह सामान्य कला से कैसे भिन्न है?

Abstract art क्या है, और यह सामान्य कला से कैसे भिन्न है?

यह प्रश्न अक्सर हमारे दिमाग में घूमता रहता है। इसका जवाब आज हमें यहां प्राप्त होगा।

Abstract art क्या है?

Abstract art कला का वह स्वरुप है, जिसमें हम अपनी कल्पना के शुद्ध रूप को कैनवास पर उतारने का प्रयास करते हैं।

इसके अंतर्गत बनायी गयी हर एक पेंटिंग का अपना एक नया ही स्वरूप होता है। इन बातों को हम एक उदाहरण के द्वारा आसानी से सीखते हैं।

मान लीजिए, कि आप एक ऐसी जगह पर जा रहे हैं, जहां पर आप पहले कभी न गए हो और ना ही कभी उस जगह का चित्र देखा हो।

इसके बावजूद आपके मन में उस जगह के काल्पनिक चित्र पैदा हो जाते हैं, जैसे यहां पर सड़क होगी, पेड़ होगा, घर होगा, भीड़ होगी इत्यादि।

abstract art

लेकिन जब आप वास्तव में उस जगह पर पहुँच जाते हैं, तो उस जगह को अपनी कल्पना से बिल्कुल भिन्न पाते हैं,  तो ये जो काल्पनिक चित्र था।

वह वास्तविक चित्र बनने की शुरुआत थी। इसी तरीके से आप एब्सट्रेक्ट आर्ट को आम आर्ट भिन्न पा सकते हैं।

आपको और अधिक ना उलझाते हुए हम सीधे तरीके से कह सकते हैं, कि जिस तरह से संगीत के क्षेत्र में शास्त्रीय संगीत होता है। उसी प्रकार से ड्राइंग के क्षेत्र में abstract art होता है।

एब्सट्रेक्ट आर्ट के क्या फायदे हैं ?

Abstract art के अभ्यास से बड़ा फायदा है। यह हमारी विश्लेषण क्षमता को बढ़ाता है। और यह हमारी कल्पना शक्ति को भी बढ़ा देता है।

किसी भी चीज को बारीकी से समझने की क्षमता को भी विकसित कर देता है। अगर हम इसका अभ्यास करें तो हम किसी भी क्षेत्र में दूसरों से आगे रहेगें।

क्या कुछ भी उल्टा सीधा, कैनवास पर रंग  देना ही एब्सट्रेक्ट आर्ट होता है?

कदापि नहीं, लोगों के अंदर इस बात का भ्रम रहता है, और वो इस बात को सोचते भी हैं। वास्तविकता ये है, कि हर पेंटिंग के पीछे एक थीम या विचार छिपा होता है।

जब तक हमें उसके बारे में बताया ना जाए हमें समझने में कठिनाई होती है। एक बार पेंटिंग हमारे समझ में आ जाए तो वही पेंटिंग आपको खूबसूरत लगेगी।

Abstract art का ये मतलब बिल्कुल नहीं है, कि हर चीज को गलत ही बनानी है।

इसके उलट दर्शाये गये objects, real world से ही लिए जाते हैं। एक कैनवास पर बड़ी कल्पना को दर्शाते हुए किसी भी object के पूरे स्वरूप को दिखाना संभव नहीं होता है।

एक बात और जहाँ – जहाँ  कैनवास खाली होता है। उसे स्पेस माना जाता है।

Abstract art के अभ्यास के लिए पैलेट, acrylic colour और कैनवास होना जरूरी है ?

नहीं ! आप चाहें तो अपने पेन या पेन या पेन्सिल से भी किसी रफ पेपर पर भी abstract आर्ट को बनाने का अभ्यास कर सकते हैं।

लेकिन कुछ भी बनाने के पहले आपके अंदर एक विचार होना जरूरी है, जिसे आप कागज पर उतारने जा रहे हो।

Abstract art बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है ?

सबसे जरूरी बात ये है, कि abstract art बनाते समय किसी का refrence  नहीं लेना चाहिए। इसका मतलब कि आप अपनी खुद की कल्पना से चित्र बनायें।

इसमें किसी दूसरे की कल्पना को शामिल ना करें, क्योंकि आप इसका अंदाजा बिल्कुल नहीं लगा सकते हैं, कि दूसरा व्यक्ति क्या समझ रहा है, क्या सोच रहा है, और उसकी कल्पना को उतारना संभव भी नहीं है।

आपके अंदर एक सवाल होगा कि,

खराब दिखने वाली पेंटिंग जिसे देखकर लगता है, कि किसी छोटे बच्चे ने बनाई हो, और कैसे करोड़ों रुपए में बिक जाती हैं?

यह बात कुछ हद तक सही हो सकती हैं, कि लोग अपने को अलग और समझदार दिखाने के लिए कुछ ऐसा खरीद सकते हैं, जो उनके समझ से परे हो लेकिन अधिकतर मामलों में ऐसा नहीं होता है।

आपने सुना होगा कि खरीदारी एक भावनात्मक निर्णय होता है ना कि समझदारी का।

अगर किसी को कोई पेंटिंग भा गई और उसे खरीदने के लिए उसके पास पैसे हैं तो वह किसी भी कीमत पर उस पेंटिंग को खरीद लेगा।

अधिक सीखें : ड्राइंग पेपर खरीदने से पहले रखें इन बातों का विशेष तौर पर ध्यान

अगर किसी को कोई चीज अच्छी लगती है, तो किसी और के लिए वही चीज नापसंद भी हो सकती है।

यही कारण है कि कई ऐसी पेंटिंग हैं जो देखने में इतनी सुंदर नहीं है लेकिन करोड़ों रुपए में बिकी हैं।

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