एक वयस्क की तुलना में किसी बच्चे के चेहरे के अनुपात में बहुत अंतर होता है इसलिए बच्चों का चित्र बनाते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना पड़ता है।
बच्चों का चित्र बनाते समय रखें ध्यान
बच्चे का चेहरा अधिक गोल होता है, और आँखों के बीच की दूरी अधिक होती है।
बच्चों के नाक की लम्बाई बहुत कम होती है।

जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। ड्राइंग बनाने की शुरुआत आँख बनाने से करते है।
चित्र की शुरुआत आँख से करें
चित्र के अनुसार हम पुतली को गोलाई में दिखाते है, जिसमें नीचे का भाग छिपा हुआ है।
पुतली के मध्य भाग को डार्क करते हैं एवं बीच में कुछ दूरी छोड़ते हुये बाहर से भी सर्किल को डार्क कर देते है।

आँख के निचले हिस्से में दो समान्तर रेखायें खीचेगें एवं ऊपर की तरफ आँख के ऊपरी हिस्से के साथ कर्व बना लेगें।
जैसा कि अभी तक आपने सीखा उसी के अनुरुप दूसरी आँख को भी बनाना शुरु करेगें।
सही अनुपात का रखें ध्यान
यहाँ पर ध्यान देने वाली बात है, कि दोनों आँखों के बीच की दूरी अधिक है।

अभी तक आपने सीखा था कि दो आँखों के बीच का गैप एक आँख की लम्बाई के बराबर होता है। यह बात वयस्क के लिए सही है किन्तु बच्चे का चित्र बनाते समय दोनों आँखों के बीच की दूरी अधिक रखनी पड़ती है।
दूसरी आँख पर भी ऊपर एक कर्व और नीचे दो समान्तर लाइनें बनायेगें, और ऊपर चित्र के अनुसार पलकें बना लेगें।
बच्चे के चेहरे पर भाव दिखाने के लिये दोनों पुतली को नीचे की ओर दिखाया गया है, जबकि साधारण चित्र में पुतली हमेशा ऊपर की तरफ रहती है।
बच्चों की भौहें बहुत हल्की होती है, जिसमें पेंसिल के stroke के बजाय हल्का सा शेड ही काफी होता है।

आपके जितनी दूरी आँखों के बीच छोड़ी गयी है। उतनी ही दूरी आँखों के दोनों तरफ छोड़कर कान बनाना शुरु करते है।
चित्र के अनुसार आपको कान बना लेना है , और कान में गहराई दिखाने के लिए डार्क कर लेगें।
डार्क करने के लिए आपको 8 बी पेंसिल या ब्लैक पेंसिल का इस्तेमाल करना चाहिए।

ड्राइंग के अगले स्टेप में हम नाक का चित्र बनाना शुरु करते है, नाक का चित्र के लिए हम अंग्रेजी के एम को अधिक फैलाकर नाक का बाहरी हिस्सा बनायेगें, और दोनों साइड से छोटे – 2 दो कर्व ऊपर की तरफ निकालेगें।
आपको चित्र के अनुसार नाक के अंदरूनी हिस्से को डार्क कर लेगें।

यहाँ पर ध्यान देने वाली बात है , कि नाक दोनों आँखों के बीच में छोड़ी गयी दूरी से काफी नजदीक है। सीधे शब्दों में कहें तो बच्चों के नाक की लम्बाई बहुत कम होती है।

इस चित्र को आगे बनाते हुए, हम बच्चे के मुँह के बजाय पैर बनाना शुरु करते है। क्योकि अँगूठा मुँह में रखे है। इस वजह से बच्चे का मुँह पूरी तरीके से छिपा हुआ है।
जैसा की आपको चित्र में दिखाया गया है, हम ड्राइंग को कम्पलीट कर लेते हैं।