ड्राइंग सीखने की शुरुआत कैसे करें ? बेस्ट रणनीति

जब हम ड्राइंग सीखना शुरू करते हैं, तो सबसे पहले हमारे मन में ये सवाल आता है, कि हम ड्राइंग सीखने की शुरुआत कैसे करें ?

जब हमारे साथ कोई अच्छा मार्गदर्शक न हो तो, यह एक समस्या बन जाती है।

ड्राइंग सीखने

आज मैं आपकी इसी समस्या का समाधान करते हुए आपको विधिवत तरीके से बताऊंगा की आप ड्राइंग की शुरुआत कैसे करें। जिससे बहुत कम समय में आप ड्राइंग सीख जायें।

आपको सबसे पहले ई पी एम मेथेड का इस्तेमाल करना चाहिए। इसे मैं आपको विस्तार से समझाने जा हूँ।

अनुपात को हम चित्रकला की आत्मा कह सकते हैं।

जब हम ड्राइंग बनाते है तो हमारे सामने जो सबसे बड़ी मुश्किल आती है, कि हम किसी चित्र में सही अनुपात नहीं दर्शा पाते हैं।

अगर आपको सही अनुपात और चीजों के बीच सही दूरी दर्शाने में सफल हो जाते हैं, तो आप बहुत अच्छे कलाकार बन जाते हैं। यही एक पॉइन्ट हैं, जहाँ से हम अपनी ड्राइंग सीखने की शुरूआत करते है।

अनुपात को सुधारने के लिए हमें ई पी एम मेथेड की जरूरत पड़ती है।

EPM technique

E.P.M. का मतलब है Exact Proportion Measurement. इसके अभ्यास से ड्राइंग करते समय अनुपात में सुधार आता है।

ई पी एम मेथेड में आपको तीन चरणों से गुजरना पड़ेगा। तीनों चरण आपके लिए एक मनोरंजन की तरह लगेगा।

प्रतिदिन मात्र 10 मिनट के अभ्यास से आपके अन्दर एक positive बदलाव आना शुरू हो जायेगा। इसे आप ड्राइंग बनाते समय खुद महसूस करेगें।

इस मेथेड को सीखने के लिए आपको पेन, पेपर और एक स्केल चाहिए।

EPM मेथड द्वारा ड्राइंग सीखने का पहला तरीका

पहले मेथेड में आप अपनी स्केल के बराबर लाइन खींचनी हैं। वह भी बिना स्केल का सहारा लिए।

आसान शब्दों में आपको अपने अन्दाजे से 15 cm की लाइन बनानी हैं। लाइन बनाने के बाद इसको स्केल की मदद से माप कर पता कर लेगें कि लाइन छोटी या बड़ी हैं।

EPM technique

लाइन थोड़ी बहुत टेढ़ी -मेड़ी हो सकती हैं। इस पर आपको विशेष ध्यान नहीं देना हैं।


EPM मेथड द्वारा ड्राइंग सीखने का दूसरा तरीका

दूसरे चरण में पेन या पेंसिल की मदद से एक सीधी लाइन बनायेगें, इसमें आपको स्केल का इस्तेमाल नहीं करना है।

आपको फ्री हैंड लाइन बनानी है, जो कि सीधी होनी चाहिए।

अगर आपसे सीधी लाइन नहीं बन रही है, तो लाइन को तेजी से खींचना हैं। धीरे-धीरे खींची गई लाइन टेढ़ी होने की संभावना ज्यादा रहती हैं।

epm method

अब आपको लाइन को ध्यान से देखते हुए उसके मध्य बिंदु को ढूढ़ना हैं और वहां पर आपको एक निशान लगा देना है। अब स्केल की मदद से उस लाइन की लम्बाई को माप कर उसके मध्य बिंदु को जांचना हैं कि वह वास्तविक मध्य बिंदु से कितनी दूर रह गया है।

कुछ दिनों के अभ्यास से वास्तविक मध्य बिंदु को प्राप्त कर लेगें और आप अपने अंदर एक चमत्कारिक बदलाव पायेगें कि आप किसी भी चित्र को देखकर बना पाने में पहले से सहज महसूस करेगें।


EPM मेथड द्वारा ड्राइंग सीखने का तीसरा तरीका

E.P.M. मेथेड में आगे बढ़ते हुए, अब आपको एक गोला बनाना हैं।

सबसे पहले आपको एक सीधी लाइन बनानी हैं।

उस रेखा (line) की लम्बाई के बराबर व्यास मानते हुए एक गोला बनाना हैं। इसके लिए आपको स्केल की मदद नहीं लेनी हैं।

epm method

लाइन को अपने दिमाग से ही मापना हैं।

यह अभ्यास आपको प्रतिदिन 10 मिनट तक अवश्य करना है। इस अभ्यास को करने के बाद ही किसी और अभ्यास की तरफ बढ़ें।

जहाँ तक मेरा अनुभव हैं। ई पी एम मेथेड आपके लिए मजेदार साबित होगा।

ड्राइंग की शुरुआत करते हुए अन्य महत्वपूर्ण बातें

ड्राइंग की शुरूआत करते समय आपको किसी ड्राइंग टूल्स की तरफ भागना हैं। केवल आपके पास साधारण पेंसिल, सादा पेपर और रबड़ होना ही पर्याप्त हैं।

यह बात मैं इसलिए कह सकता हूँ, क्योंकि कई बिगनर्स के मन में ये सवाल उठता हैं, कि में पहले अच्छे-अच्छे ड्राइंग टूल्स जुटा लूँ फिर ड्राइंग सीखगें।

टूल्स की जानकारी करते-करते ही उनका काफी समय बीत जाता हैं और वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंचते हैं। इसलिए मैं आपसे कहता हूँ, कि आपको शुरुआत एक साधारण तरीके से ही करनी चाहिए।

दूसरी बात जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। ड्राइंग सीखने के लिए अभ्यास बहुत जरूरी है।

ड्राइंग सीखने

यह बात 100% सत्य हैं और इसको आपने कई बार सुना भी होगा।

लेकिन एक कदम और आगे बढ़ते हुए मैं यहाँ पर आपको स्मार्ट अभ्यास के बारे में बता रहा हूँ। स्मार्ट अभ्यास ये कहता है कि आपको लगातार लम्बे समय तक काम न कर कर, उसको कुछ छोटे-छोटे टुकड़ों में बाँट देना चाहिए।

उदाहरण के लिए आपको लगातार बैठकर 4 से 5 घंटे ड्राइंग बनाने से बेहतर हैं। उसको आधे -आधे घंटे के टुकड़ों में बाँट दें।

हर आधे घंटे के बाद आप 10 से 15 मिनट का ब्रेक जरूर लें। उसके बाद ही आगे काम को बढ़ायें।

ऐसा करने से आपकी क्रिएटिविटी बढ़ेगी और ड्राइंग में नये-नये आइडियाज आपके दिमाग में पैदा होंगें।

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